Wednesday, 6 September 2017

सिविल सेवा प्रिलिम्स परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का असर

Impact of Negative Marking in Civil Services Preliminary Examination

सिविल सेवा परीक्षा के प्रिलिम्स में दो पेपर होते हैं। हर पेपर 200 नंबरों का होता है। लेकिन दूसरा पेपर केवल क्वालीफाइंग होता है। इसका मतलब है कि मेरिट बनती है केवल 200 नंबरों पर।

दो साल से कटऑफ लगभग 110 के आस-पास रहती रही है। परीक्षा में प्रतिस्पर्धा के स्तर का अंदाजा आप इस तथ्य से लगा सकते हैं कि प्रीलिम्स में सेलेक्ट होने वाले लगभग आधे बच्चे कटऑफ से 10 नंबर के दायरे में ही रहते हैं। एक प्रश्न होता है दो नंबर का और गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग होती है एक तिहाई। इसका मतलब है कि एक प्रश्न गलत होने पर छात्र के 2.67 नंबर कट जाएंगे। यानी कि एक प्रश्न का हेर-फेर लगभग 15% (क्योंकि कटऑफ के पास सघनता और ज्यादा होती है) और दो प्रश्नों का हेर-फेर 25% पोटेंशियल उम्मीदवारों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिये काफी है।

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