वैज्ञानिकों ने चंद्रमा की मिट्टी की सबसे ऊपरी सतह में मौजूद जल का पहला नक्शा तैयार किया है। भविष्य में चंद्रमा के अन्वेषण में यह फायदेमंद साबित होगा। यह नक्शा भारत के अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 पर लगे एक उपकरण की मदद से प्राप्त डेटा के आधार पर बनाया गया है।
साइंस एडवांसेस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन का आधार वर्ष 2009 में चांद की मिट्टी में जल और संबंधित अणु हाइड्रॉक्सिल की शुरुआती खोज है। अमेरिका के ब्राउन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने नासा के मून मिनरलॉजी मैपर के जरिए जुटाए गए आंकड़ों का इस्तेमाल किया।
मैपर चंद्रयान-1 के साथ रवाना हुआ था और इसका काम यह पता लगाना था कि वैश्विक स्तर पर कितना पानी मौजूद है।विश्वविद्यालय में पीएचडी के पूर्व छात्र शुआई ली ने कहा, चांद की सतह पर लगभग हर जगह पानी की मौजूदगी के संकेत मिलते हैं, यह केवल धुव्रीय क्षेत्र तक सीमित नहीं है जैसा कि पहले रिपोर्ट में बताया गया था।
Thursday 14 September 2017
चंद्रमा पर पानी का पहला वैश्विक मानचित्र
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
18 सितम्बर 2019 करेंट अफेयर्स - एक पंक्ति का ज्ञान One Liner Current Affairs
दिन विशेष विश्व बांस दिवस - 18 सितंबर रक्षा 16 सितंबर 2019 को Su-30 MKI द्वारा हवा से हवा में मार सकने वाले इस प्रक्षेपास्त्र का सफल परी...
-
सतत विकास (Sustainable Development) की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक "साइलेंट स्प्रिंग" तथा वर्...
-
उपभोक्ता संरक्षण संशोधन विधेयक-2017 लोकसभा में पेश हो चुका है। संसद से इसके पारित होते ही उपभोक्ताओं के लिए एक नए युग का प्रारंभ होना सुनिश्...
-
एग्रीगेट मेजरमेंट आफ सपोर्ट ( एएमएस )' या ' एंबर बाक्स ' सब्सिडी Aggregate Measurement of Support (AMS) or ‘Amber Box’ Su...
No comments:
Post a Comment